UGC to Establish ‘PhD Excellence Citation’ to Honour Top Research Work
In a move to recognize outstanding PhD research, the University Grants Commission (UGC) has introduced the ‘PhD Excellence Citation’, an award aimed at promoting high-quality research in India. Each year, 10 top PhD theses will be selected from across the country, and the scholars behind them will be honored on Teachers’ Day (September 5th).
Highlights:
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- Applications will be open to research scholars from Central, State, Private, and Deemed Universities.
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- The award will be given across five streams: Engineering & Technology, Science, Social Sciences, Indian Languages, and Commerce & Management.
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- 2 PhD theses will be selected from each of the five streams, recognizing a total of 10 scholars annually.
Key Details of the ‘PhD Excellence Citation’:
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- Objective:
The initiative aims to acknowledge exceptional research carried out in Indian universities, providing scholars with recognition at a global level.
- Objective:
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- UGC’s Vision:
According to UGC Chairman Prof. M. Jagadesh Kumar, the decision to award excellence in PhD research was taken during the October 3rd UGC meeting. He emphasized that this citation will help strengthen the research ecosystem and encourage more high-quality doctoral work in India.
- UGC’s Vision:
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- Categories for Recognition: The top 10 PhD theses will be selected from five specific streams:
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- Sciences (including Agriculture and Medical Sciences)
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- Engineering & Technology
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- Social Sciences (including Education & Humanities)
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- Indian Languages
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- Commerce & Management
Each year, 2 scholars will be chosen from each stream.
- Commerce & Management
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- Categories for Recognition: The top 10 PhD theses will be selected from five specific streams:
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- Selection Process:
The selection will follow a two-tier process:- University-Level Screening Committees: Universities will create internal committees to shortlist candidates.
- UGC Selection Committee: Based on university recommendations, UGC will make the final selection.
An online application portal will be created where universities will submit their nominations.
- Selection Process:
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- Award Ceremony:
Winners will be honored annually on Teachers’ Day (September 5th), adding prestige to their academic work.
- Award Ceremony:
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- Current Status of PhD Research in India:
UGC data reveals a sharp rise in the number of PhD scholars in recent years. Between 2010-11 and 2017-18, PhD enrollments increased from 77,798 to 161,412, reflecting a 10% annual growth rate.
- Current Status of PhD Research in India:
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- Eligible Institutions:
Universities participating in the ‘PhD Excellence Citation’ must be accredited by the National Assessment and Accreditation Council (NAAC) and recognized under Section 2(f) of the UGC Act.
- Eligible Institutions:
This new initiative, aligned with the recommendations of the National Education Policy (NEP), is expected to foster a stronger research culture and promote innovation across Indian universities. By selecting and honoring the best PhD theses from a wide range of disciplines, the UGC aims to enhance the global standing of Indian research.
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यूजीसी ने ‘PhD एक्सीलेंस सम्मान’ की शुरुआत की, देश के सर्वश्रेष्ठ शोध कार्य को मिलेगा सम्मान
भारतीय विश्वविद्यालयों में किए गए उत्कृष्ट पीएचडी शोध कार्यों को मान्यता देने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने ‘PhD एक्सीलेंस सम्मान’ की शुरुआत की है। इस पहल के तहत, हर साल देशभर से 10 शीर्ष पीएचडी थीसिस का चयन किया जाएगा और उन्हें शिक्षक दिवस (5 सितंबर) को सम्मानित किया जाएगा।
मुख्य बिंदु:
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- केंद्रीय, राज्य, निजी और डीम्ड विश्वविद्यालयों के शोध छात्रों के लिए आवेदन।
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- इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, भारतीय भाषाएं, और वाणिज्य एवं प्रबंधन जैसे पांच स्ट्रीम में मौका।
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- हर स्ट्रीम से 2-2 पीएचडी थीसिस चुनी जाएंगी, कुल 10 सर्वश्रेष्ठ शोध का सम्मान किया जाएगा।
‘PhD एक्सीलेंस सम्मान’ की प्रमुख जानकारी:
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- उद्देश्य:
इस पहल का उद्देश्य भारतीय विश्वविद्यालयों में किए गए उत्कृष्ट शोध को मान्यता देना है, ताकि इन शोधकर्ताओं को वैश्विक स्तर पर पहचान मिल सके।
- उद्देश्य:
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- यूजीसी की दृष्टि:
यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार ने बताया कि 3 अक्टूबर को हुई यूजीसी की बैठक में भारतीय विश्वविद्यालयों में श्रेष्ठ पीएचडी शोध को मान्यता देने के लिए ‘PhD Excellence Citation’ प्रदान करने का फैसला किया गया। इस पहल से देश में उच्च गुणवत्ता वाले शोध के इकोसिस्टम को मजबूत किया जाएगा।
- यूजीसी की दृष्टि:
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- सम्मानित होने वाले क्षेत्र: सर्वश्रेष्ठ 10 पीएचडी थीसिस का चयन निम्नलिखित पांच क्षेत्रों से किया जाएगा:
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- विज्ञान (कृषि और चिकित्सा विज्ञान सहित)
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- इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी
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- सामाजिक विज्ञान (शिक्षा और मानविकी सहित)
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- भारतीय भाषाएं
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- वाणिज्य एवं प्रबंधन
हर क्षेत्र से 2 शोध चुने जाएंगे।
- वाणिज्य एवं प्रबंधन
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- सम्मानित होने वाले क्षेत्र: सर्वश्रेष्ठ 10 पीएचडी थीसिस का चयन निम्नलिखित पांच क्षेत्रों से किया जाएगा:
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- चयन प्रक्रिया:
यह चयन दो चरणों में होगा:- विश्वविद्यालय स्तर की स्क्रीनिंग कमिटी: विश्वविद्यालय अपनी आंतरिक समिति के माध्यम से उम्मीदवारों का चयन करेगी।
- यूजीसी की चयन समिति: विश्वविद्यालय की सिफारिशों के आधार पर अंतिम निर्णय यूजीसी द्वारा लिया जाएगा।
इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल भी बनाया जाएगा, जहां विश्वविद्यालय अपने चुने हुए आवेदनों को जमा करेंगे।
- चयन प्रक्रिया:
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- सम्मान समारोह:
विजेताओं को हर साल शिक्षक दिवस (5 सितंबर) को सम्मानित किया जाएगा।
- सम्मान समारोह:
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- भारत में पीएचडी शोध की स्थिति:
यूजीसी के अनुसार, हाल के वर्षों में पीएचडी छात्रों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। 2010-11 और 2017-18 के बीच पीएचडी में प्रवेश संख्या 77,798 से बढ़कर 1,61,412 हो गई, जो 10% वार्षिक वृद्धि दर दर्शाती है।
- भारत में पीएचडी शोध की स्थिति:
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- पात्र संस्थान:
इस सम्मान में वही विश्वविद्यालय भाग ले सकते हैं जो राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) से मान्यता प्राप्त हैं और यूजीसी अधिनियम की धारा 2(f) के तहत मान्यता प्राप्त हैं।
- पात्र संस्थान:
यह नई पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) की सिफारिशों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य भारतीय विश्वविद्यालयों में शोध और नवाचार को बढ़ावा देना है। यूजीसी द्वारा सर्वश्रेष्ठ पीएचडी थीसिस के चयन से भारतीय शोध कार्य की वैश्विक पहचान को और मजबूत किया जाएगा।